देहरादून: उत्तराखंड के रुड़की स्थित प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT Roorkee) में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। संस्थान ने वरिष्ठ प्रोफेसर जिलुर रहमान (60) को एक पीएचडी शोध छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। यह फैसला संस्थान की आंतरिक जांच समिति द्वारा प्रोफेसर को दोषी पाए जाने के बाद लिया गया।
आईआईटी रुड़की ने बुधवार को आधिकारिक बयान जारी कर इस कार्रवाई की पुष्टि की। बयान में कहा गया, “संस्थान के एक संकाय सदस्य को उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही पूरी होने के पश्चात सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। आईआईटी रुड़की पेशेवर नैतिकता और संस्थागत अखंडता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।”
प्रमुख बिंदु:
- पीड़िता ने जनवरी 2025 में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी।
- आंतरिक शिकायत समिति (ICC) द्वारा विस्तृत जांच के बाद रहमान को दोषी ठहराया गया।
- बर्खास्तगी के समय प्रोफेसर रहमान के अधीन 15 से अधिक शोधार्थी पीएचडी कर रहे थे।
- प्रोफेसर रहमान संस्थान में प्रबंधन अध्ययन विभाग के पूर्व प्रमुख भी रह चुके हैं।
- संस्थान के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी प्रोफेसर को इस तरह की कार्रवाई के तहत बर्खास्त किया गया है।