देहरादून: श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय ने स्नातक छात्रों को बड़ी राहत दी है। विश्वविद्यालय ने अपने प्रवेश नियमों में संशोधन करते हुए छात्रों को ग्रेजुएशन की डिग्री छह साल के भीतर पूरी करने की अनुमति दी है। अब अगर किसी छात्र ने प्रथम वर्ष के बाद दो साल या उससे अधिक का अध्ययन में अंतराल लिया है, तो भी वह आगे की पढ़ाई करके डिग्री हासिल कर सकता है।
नई व्यवस्था के अनुसार, छात्र प्रथम और द्वितीय वर्ष की पढ़ाई करने के बाद अगर तीन साल तक पढ़ाई जारी नहीं रख पाते हैं, तो भी वे छठे वर्ष में अंतिम वर्ष की पढ़ाई पूरी कर स्नातक डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। विश्वविद्यालय के कुलसचिव दिनेश चंद्रा ने बताया कि यह बदलाव विवि की गठित समिति की संस्तुति और कुलपति प्रो. एन.के. जोशी के अनुमोदन के बाद किया गया है।
इस संशोधन से छात्रों को पढ़ाई में लचीलापन मिलेगा और उन्हें निजी या पारिवारिक कारणों से पढ़ाई छोड़ने की स्थिति में भी डिग्री पूरी करने का अवसर मिलेगा। हालांकि, यह सुनिश्चित करना होगा कि पूरी डिग्री छह वर्षों की अधिकतम अवधि में ही पूरी की जाए। यह कदम व्यापक छात्रहित में उठाया गया है।