सहस्त्रधारा में बादल फटा, कई इलाकों में तबाही – प्रशासन अलर्ट पर

सहस्त्रधारा में बादल फटा, कई इलाकों में तबाही – प्रशासन अलर्ट पर

देहरादून/मसूरी: उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। राजधानी देहरादून सबसे ज्यादा प्रभावित है। प्रेमनगर थाना क्षेत्र में मंगलवार को बड़ा हादसा हुआ, जब टोंस नदी में खनन कर रहे मजदूर अचानक तेज बहाव की चपेट में आ गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रॉली पर नदी के बीच फंसे मजदूर किनारे खड़े लोगों से मदद की गुहार लगा रहे थे। तभी अचानक नदी का बहाव तेज हुआ और ट्रॉली सहित सभी मजदूर बह गए। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। अब तक 8 मजदूरों के शव बरामद हो चुके हैं, जिनमें चार पुरुष और चार महिलाएं शामिल हैं। सर्च ऑपरेशन जारी है।

सहस्त्रधारा और रायपुर में बादल फटा

इसी बीच सहस्त्रधारा और रायपुर थाना क्षेत्र में भी बादल फटने की घटनाएं हुईं। रायपुर थानाध्यक्ष गिरीश नेगी ने बताया कि आईटी पार्क के पास करीब 12:30 से 1 बजे के बीच अचानक बादल फट गया। सूचना मिलते ही पुलिस बल, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और किसी जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है।

मसूरी में मजदूर की मौत

मसूरी के झड़ीपानी क्षेत्र में भी भारी बारिश और मलबे के चलते मजदूरों के कच्चे आवास पर मलबा गिर गया। हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सड़कें बंद, वाहन फंसे

बारिश से मसूरी-देहरादून मार्ग पर कई जगह मलबा आ गया, जिससे सड़क सुबह से बंद है। कई वाहन बीच रास्ते में फंसे हुए हैं। जेसीबी और वन विभाग की टीम मलबा हटाने में जुटी है।

200 छात्रों का रेस्क्यू

देहरादून के पौंधा स्थित देवभूमि इंस्टिट्यूट परिसर में जलभराव के कारण 200 से अधिक छात्र-छात्राएं फंस गए थे। एसडीआरएफ की टीम ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।

राज्य प्रशासन ने अलर्ट जारी कर लोगों से नदी-नालों के पास न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।