लालच या व्यापार की आड़ में प्रदेश में बढ़ता साइबर अपराध का ग्राफ

लालच या व्यापार की आड़ में प्रदेश में बढ़ता साइबर अपराध का ग्राफ

देहरादून: मोबाइल पेमेंट या ऑनलाइन खरीदारी अथवा लाटरी की आड़ में साइबर अपराधियों द्वारा लोगों के बैंक खातों में साइबर डकैती की वारदाते कलागतार बढ़ रही है। आज साइबर थाने में साइबर ठगी के केस पंजीकृत किये गए। मोबाइल नम्बर की केवाईसी अपडेट, OLX पर खरीददारी, Amazon लक्की ड्रॉ आदि नयी पुरानी तरीकों से लोगों के खातों से धोखाधड़ी हो रही है और जिसकी रोज नयी-नयी शिकायते साइबर थानों में मिल रही है।

राजेन्द्र नगर निवासी द्वारा थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में 19500/- कि धोखाधड़ी कि शिकायत की गयी। उन्होंने बताया की एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हे फोन से सम्पर्क किया और बताया कि उनके बीएसएनएल मोबाइल नम्बर की केवाईसी अपडेट नहीं है। और केवाईसी अपडेट कराने के लिए बैक खाते व एटीएम कार्ड की जानकारी प्राप्त कर ली। फिर उनके खाते से रुपये 19500/-(उन्नीस हजार पास सौ रुपये) की धनराशि धोखाधडी से निकाल ली गयी। थाना साईबर क्राईम से उ0नि0 हिम्मत शाह द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुये जानकारी प्राप्त की गयी। जिसमें अज्ञात द्वारा शिकायतकर्ता की धनराशि ई-वालेट गेटवे फ्लिपकार्ट में ट्रांसफर हुयी पायी गयी। ट्रांसफर धनराशि राजस्थान स्थित बैक खाते में जमा हुई, तथा सम्पर्क करने वाला मोबाइल नम्बर असम राज्य का होना पाया गया।

दूसरे मामले में पटेलनगर थाने में देहरादून निवासी व्यक्ति द्वारा थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में शिकायत कि गयी। उन्होंने बताया कि कि उन्होंने अपने पुराने फ्रीज के बेचने का विज्ञापन OLX पर डाला गया था, जिस पर किसी अज्ञात पुरुष द्वारा उन्हे मोबाइल फोन के माध्यम से सम्पर्क किया गया और सोफा सेट को रुपये 12000/- में खरीदने की बात कही गयी। साथ ही उसने धनराशि एडंवास में देने कि प्रक्रिया में गूगल पे से 05 रुपये भेजे, जो शिकायतकर्ता को प्राप्त हो गयी। उसके पश्चात गूगल पे लिंक भेजकर शिकायतकर्ता को उक्त लिंक स्वीकार करने को कहा गया। जैसे ही उक्त लिंक स्वीकार किया गया तो अज्ञात द्वारा उसके खाते से रुपये 28000/-(अठ्ठाइस हजार रुपये ) की धनराशि धोखाधडी से निकाल ली गयी।

उक्त खाते की जानकारी की गयी तो उक्त खाता भरतपुर राजस्थान को होना पाया गया। शिकायतकर्ता से सम्पर्क करने वाले मोबाइल नम्बर की जानकारी प्राप्त की गयी तो उक्त नम्बर असम राज्य का होना पाया गया। प्रकरण में आवश्यक तकनीकि कार्यवाही करते हुये प्रकरण को आवश्यक कार्यवाही हेतु जनपद देहरादून प्रेषित किया गया है।

एक और शिकायत में राजपुर रोड थाना राजपुर जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति ने साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड़ को बताया गया कि एक व्यक्ति द्वारा उन्हे फोन के माध्यम से सम्पर्क कर स्वंय को उनके दोस्त का परिचित बताते हुये मदद के नाम पर 1000/- रुपये की धनराशि शिकायतकर्ता के खाते में प्राप्त करने की बात कही। फिर मोबाइल नम्बर पर ओटीपी भेजकर शिकायतकर्ता से ओटीपी प्राप्त कर उसके खाते से 17929/-(सत्तराह हजार नौ सौ उन्नतीस रुपये) निकाल लिये गये। प्राथमिक जाँच में पाया गया कि धनराशि एयरटेल पेमेन्ट बैक खाता नई दिल्ली में प्राप्त की गयी। जिसे तत्काल फ्रीज कराया गया, तथा संदिग्ध के मोबाईल नम्बरो की जानकारी ली गयी तो उक्त नम्बर भी दिल्ली का होना पाया गया।

एक और शिकायत में बनियावाला थाना प्रेमनगर – देहरादून निवासी द्वारा थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून को अवगत कराया गया कि उसने एचडीएफसी की साईट पर जाकर हाउस लोन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुये एचडीएफसी की साईट से हैल्पलाईन नम्बर लिया। उस नंबर से सम्पर्क करने पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा स्वंय को एचडीएफसी बैंक कर्मचारी बताया गया। साथ ही शिकायतकर्ता से Any Desk App download कराया गया था। Any Desk App download करते ही शिकायतकर्ता के खाते से साईबर अपराधियों द्वारा कुल 60301/- ( साठ हजार रुपये तीन सौ एक) रुपये की धोखाधड़ी की गयी।

एक अन्य शिकायत में सुमन नगर थाना बसन्त विहार देहरादून निवासी व्यक्ति द्वारा थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून को एक प्रार्थना पत्र प्रेषित किया जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन कर अपने आपको Amazon अधिकारी बताकर लक्की ड्रॉ की धनराशि जीतने की बात कहकर उनके खाते से धोखाधडी से 51300/- (इक्यावन हजार तीन सौ) रुपये की धनराशि निकाल ली गयी। प्रकरण में आवश्यक तकनीकि जानकारी प्राप्त करते हुये थाना साईबर क्राईम पर अभियोग पंजीकृत किया गया है।

साईबर सुरक्षा टिप

किसी भी रूप में संदेश पर प्रतिक्रिया (कमेन्ट आदि) देने से पहले उसे परख लें। जैसे ई-मेल, एसएमएस, व्हाट्सएप, फेसबुक आदि पर।
किसी अजनबी या किसी ऐसे व्यक्ति से प्राप्त संदेश का जवाब न दें जिसे आप नहीं जानते हैं।
KYC अपडेट/मोबाईल नम्बर बंद होने सम्बन्धी मैसेज/फोन कॉल आने पर अपनी व्यक्तिगत/बैंक सम्बन्धी जानकारी शेयर न करें ।

किसी भी प्रकार के अन्जान लिंक पर क्लिक न करें। किसी अंजान व्यक्ति के बहकावे मे आकर Any Desk, Quick Support आदि Remote Access app डाउनलोड न करें। ध्यान रखे कि अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गये किसी भी पेमेन्ट गेटवे /वॉलेट/मोबाईल एप्लीकेशन पर धनराशि प्राप्त करने हेतु कभी भी न तो QR कोड स्कैन करें, और न ही UPI पिन डालें ऐसा करने से हमेशा धनराशि आपके खाते से ही डेबिट होगी ।
किसी भी अन्जान व्यक्ति/महिला से फेसबुक या किसी भी सोशल साइट पर दोस्ती का प्रस्ताव स्वीकार न करें।

किसी भी साईबर शिकायत / सुझाव के लिए – संपर्क: 0135-2655900
email- ccps.deh@uttarakhandpolice.uk.gov.in
फेसबुक – https://www.facebook.com/cyberthanauttarakhand/
“साइबर अपराधों से बचने का एक ही उपाय सावधानी और जागरूकता”

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