6 माह तक बदरीनाथ धाम में देंगे दर्शन भगवान बदरी विशाल
आज 18 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट 4 बजकर 15 मिनट पर खोले गए।
भारत के चार धामों में भू-बैकुंठ धाम बद्रीनाथ के कपाट मंगलवार को ब्रहम बेला में शुभ मुहूर्त पर पूरे वैदिक मंत्रोचारण एवं पारम्परिक विधि विधान के साथ खोल दिए गए। ब्रदीनाथ धाम के मुख्य रावल वीसी ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने शुभ मुहूर्त में वैदिक मंत्रोचारण के साथ सुबह ठीक 4ः15 बजे मंदिर के कपाट खोलकर विधिवत पूजन करते हुए सभी के मंगलमय की प्रार्थना की। मंगलवार को सुबह 3ः00 बजे से कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई। कुबेर जी, श्री उद्वव जी एवं गाडू घडा दक्षिण द्वार से मंदिर में पहुॅचाया गया। सबसे पहले मंदिर में मुख्य पुजारी रावल वीसी ईश्वर प्रसाद नंबुदरी, धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल एवं हककूकधारी ने मंदिर में प्रवेश किया और भगवान बद्रीनाथ जी की पूजा अर्चना की।
#Badrinath shrine opened today in the early morning after winter season. pic.twitter.com/sbYMEL1UD5
— All India Radio News (@airnewsalerts) May 18, 2021
कोरोना संकट के चलते इस बार कपाट खुलने के अवसर पर मुख्य मंदिर में पुजारी रावल समेत धर्माधिकारी एवं हकहकूधारी ही मौजूद रहे। बद्रीनाथ मंदिर में पहली महाभिषेक पूजा प्रातः 9.30 बजे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नाम से की जाएगी। कपाटोत्घाटन के मौके पर मंदिर की सजावट लगभग 8 कुन्तल गेंदे के फूलों से की गई थी। पूरे मंदिर परिसर को सेनेटाइज्ड किया गया और सोेशियल डिस्टेंसिंग रखते हुए मास्क पहनकर पूरे विधि विधान के साथ मंदिर के कपाट खोले गए। बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने के समय मुख्य पुजारी रावल वीसी ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, बद्रीनाथ मंदिर के धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल, डिमरी पंचायत अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, राजगुरू तथा हककूकधारी मौजूद थे। बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का भी औपचारिक रूप से आगाज हो गया।
कोरोना महामारी से बचाव के तहत जारी एडवाइजरी के अनुसार फिलहाल धार्मिक स्थलों में तीर्थ यात्रियों को आने की अनुमति नहीं है। इस वजह से कपाट खुलने के समय हजारों की संख्या में यहाॅ आने वाले श्रद्वालु भी इस बार कपाटोद्घाटन के साक्षी नही बन सके। इस वर्ष भी बेहद सादगी से मंदिर के कपाट खुले।
श्री बदरीनाथ धाम के श्रद्धेय रावल (मुख्य पुजारी) श्री ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी जी और धर्माधिकारी श्री भुवन चंद उनियाल जी की अगुवाई में तीर्थ पुरोहित सीमित संख्या में मंदिर में भगवान बदरी विशाल की पूजा-अर्चना नियमित रूप से करेंगे। pic.twitter.com/z3l4wTUTTm
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) May 18, 2021
प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होंने प्रदेशवासियों के आरोग्य होने की कामना की। उन्होंने बताया कि श्री बद्रीनाथ धाम के रावल (मुख्य पुजारी) ईश्वरी प्रसाद और धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल की अगुवाई में तीर्थ पुरोहित सीमित संख्या में मंदिर में भगवान बद्रीनाथ बद्री की पूजा-अर्चना नियमित रूप से करेंगे। मुख्यमंत्री रावत ने बताया कि पूर्ण कोरोना महामारी के कारण अस्थाई तौर पर चार धाम यात्रा स्थगित है और अनुरोध किया कि अपने घरों में ही पूजा-अर्चना करें।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने भी सभी श्रद्धालुओं को कपाट खुलने की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। साथ ही उन्होंने बद्री विशाल भगवान से प्रार्थना की कि जल्द ही हमारा देश महामारी के प्रकोप से पूर्ण रूप से मुक्त हो।
प्रतिवर्ष कपाट खुलने के अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्वालु भगवान श्री बद्रीनाथ के दर्शन कर पुण्य अर्जित करते थे। पूरे बैकुण्ठ धाम में चारों ओर श्रद्वालुओं की भीड लगी रहती थी। लेकिन इस बार बैकुण्ठ धाम के आसपास तप्तकुण्ड, नारद कुण्ड, शेष नेत्र झील, नीलकण्ठ शिखर, उर्वशी मन्दिर, ब्रह्म कपाल, माता मूर्ति मन्दिर तथा देश के अंतिम गांव माणा, भीमपुल, वसुधारा जल प्रपात आदि ऐतिहासिक एवं दर्शनीय स्थलों पर भी सन्नाटा पसरा रहा। यहाॅ कोई भी श्रद्वालु नही दिखे। कोरोना संकट के चलते इस बार कपाट खुलने के समय पूजा में मुख्य पुजारी, तीर्थ पुरोहित, हककूधारी समेत गिनती के ही लोग शामिल हुए।
विगत वर्षो में लाखों श्रद्वालु बद्रीनाथ की यात्रा कर चुके है। पिछले चार सालों के आंकडो पर नजर डाले तो वर्ष 2016 में 654355, वर्ष 2017 में 920466, वर्ष 2018 में 1048052, वर्ष 2019 में 1244993 तथा वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के कारण केवल 155055 श्रद्वालु ही बद्रीनाथ पहुॅचे थे। इस वर्ष कोरोना महामारी दूर होने के बाद जल्द चारधाम यात्रा शुरू होने की उम्मीद है।
सोमवार को पांडुकेश्वर स्थित योग ध्यान मंदिर से रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी के नेतृत्व में तेल कलश यात्रा बदरीनाथ धाम पहुंची। इसके अलावा धर्माधिकारी भुवन उनियाल, अपर धर्माधिकारी राधकृष्ण थपलियाल समेत चुनिंदा तीर्थ पुरोहित भी बदरीनाथ पहुंचे।
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