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एनएसएस छात्रों द्वारा जल-संरक्षण हेतु चाल-खाल, चेक डैम का निर्माण और पौधा रोपण किया गया

एनएसएस छात्रों द्वारा जल-संरक्षण हेतु चाल-खाल, चेक डैम का निर्माण और पौधा रोपण किया गया

रेनबो न्यूज़ इंडिया * 5 जून २०२१

देवप्रयाग: राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवी द्वारा अपने गांव व क्षेत्रों में वृक्षारोपण के साथ कोविड-19 एवं कोरोना को हराना है हमें वैक्सीन लगाना है नारे के साथ साथ जनसंपर्क कर वैक्सीनेशन लगाने के प्रति लोगों को जागरूक किया। साथ ही वन्य जीव संस्थान देहरादून और राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई देवप्रयाग के संयुक्त तत्वाधान से कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए देवप्रयाग में दशराचंल पर्वत पर जल-संरक्षण हेतु चाल-खाल, चेक डैम का निर्माण स्वयंसेवीयो द्वारा किया गया। जिसने वन्यजीव संस्थान के गंगा पहरी पूर्व स्वयंसेवी अरविंद और पूर्व स्वयंसेवी ग्राम प्रधान तुणगी अरविंद सिंह, ग्राम प्रधान भदनी मुकेश का विशेष सहयोग रहा।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ0 शांति प्रकाश सती एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 अशोक कुमार मेंदोला द्वारा स्वयंसेवीयो को अपने-अपने गांव क्षेत्र में वृक्षारोपण का आह्वान किया गया था। जिसमें छात्र-छात्राओं को पेड़ लगाकर व्हाट्सएप पर फोटो अपलोड करनी थी। इसके अंतर्गत 139 स्वयंसेवी ने अपनी वृक्षारोपण करते हुए फोटो भेजी।

पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित ऑनलाइन निबंध प्रतियोगिता पर्यावरण पर कोविड-19 महामारी का प्रभाव का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम स्थान नवीन कुमार, द्वितीय स्थान रश्मि और संयुक्त रूप से तृतीय स्थान राधा एवं आस्था भट्ट ने प्राप्त किया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 सती ने अपने ऑनलाइन संदेश में कहा पर्यावरण पर आज के समय में बढ़ते संकट को लेकर पर्यावरणविद बेहद चिंतित हैं। जो की समय-समय पर अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करते रहते हैं। जिस गति से प्रकृति का दोहन होता जा रहा है। यह चिंता का विषय हैं। हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने होंगे और विश्व पर्यावरण दिवस पर यह प्रतिज्ञा लेनी होगी।

प्राचार्य द्वारा अंत में निबंध प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को परिस्थिति सामान्य होने पर पुरस्कृत करने को कहा गया। उनके द्वारा अपने आवास में फलदार वृक्ष का रोपण किया गया। डॉ० मीनाक्षी राणा ने टिहरी, डॉ० सोनिया ने लक्सर में, डॉ० अर्चना ने ऋषिकेश में, डॉ० दिनेश कुमार ने पिथौरागढ़ में वृक्षारोपण किया।

कार्यक्रम अधिकारी डॉ० अशोक कुमार मेंदोला ने अपने संबोधन में कहा इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस की थीम पारिस्थितिकी तंत्र बहाली है। इसके तहत पेड़ लगा कर या पर्यावरण की रक्षा कर प्रदूषण के बढ़ते स्तर को कम करना और इकोसिस्टम पर बढ़ते दबाव को कम करना है।
उन्होंने बताया आज फसलों में केमिकल का बहुत इस्तेमाल हुआ है, इसी कारण आज भूमि प्रदूषण का शिकार हो रही है। जिससे अनेक नई बीमारियां मानव को प्रभावित कर रही है। उन्होंने इसको रोकने के आह्वान साथ ही जल-प्रबंध और उपयोगिता पर बल दिया। उन्होंने बताया अगर मानव अपना अस्तित्व बचाना चाहता है तो उसे पर्यावरण संरक्षण करना होगा। विश्व पर्यावरण दिवस की सार्थकता भी तभी है जब मानव प्रत्येक दिन जल जंगल और जमीन के लिए काम करें।

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