उत्तराखंड में स्पूतनिक-वी वैक्सीन का ग्राफिक एरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में शुभारंभ हुआ
Rainbow News India * 22 August 2021
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सेलाकुई रोड स्थित ग्राफिक एरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस धूलकोट माफी में स्पूतनिक-वी वैक्सीन का शुभारंभ किया। उत्तराखंड में इसके साथ ही स्पूतनिक वैक्सीन का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ० धन सिंह रावत, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, विधायक सहदेव सिंह पुंडीर भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री धामी के नवनिर्मित ग्राफिक एरा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के कैंपस में पहुंचने पर टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने से पूर्व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर 02 मिनट का मौन रखा गया।
Sputnik-V Vaccination started first in Uttrakhand in Graphic Era Medical Institute Dehradun. pic.twitter.com/x6gJA8einR
— Rainbow News (@RainbowNewsUK) August 22, 2021
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में कोविड टीकाकरण तेजी से चल रहा है। इस वर्ष दिसंबर माह तक राज्य में शत प्रतिशत टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार से राज्य को पूरा सहयोग मिल रहा है। इस माह अभी तक केंद्रीय सरकार से राज्य को 17 लाख वैक्सीन मिल चुकी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में व्यापक स्तर पर टीकाकरण के लिए प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों तक टीकाकरण कैम्प लगाए गए हैं। कोविड की संभावित तीसरी लहर के लिए भी राज्य सरकार की पूरी तैयारी है। राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि टीकाकरण अभियान में लगातार तेजी लाई जा रही है। बागेश्वर जनपद कोविड वैक्सीन की शत प्रतिशत डोज लगाने वाला पहला जनपद एवं शत प्रतिशत कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगाने वाला पहला विकासखंड खिरसू है।
Related posts:
- स्पूतनिक-वी वैक्सीन 22 अगस्त से ग्राफिक एरा अस्पताल देहरादून में लगेगी, सीएम करेंगे शुभारंभ
- ग्राफिक एरा में ओलंपियन वंदना पर फूलों की बारिश, 11 लाख के पुरस्कार से सम्मानित
- ग्राफ़िक एरा: सांस्कृतिक कार्यक्रम के धमाल और अनुसंधान सम्मान के साथ मनाया गया शिक्षक दिवस
- बच्चों का कोविड टीकाकरण शुरू हो सकता है इसी हफ्ते अमेरका में, फाइजर को मिली मंजूरी
- ग्राफिक एरा में कोविड वैक्सीनेशन का कैम्प
- ग्राफ़िक एरा में हिंदी माध्यम से बड़ी स्कॉलरशिप के साथ इंजीनियरिंग की शुरुवात