डॉ० मधु थपलियाल की पुस्तक “लीडर” का विमोचन: कोरोना काल में सच्ची लीडरशिप को लेकर हुई चर्चा
18 जुलाई 2021 * रेनबो समाचार
देहरादून। समाज का सही रूप में विकास करने के लिए हर क्षेत्र के विषय विशेषज्ञों को समाज हित में काम करने के लिए आगे आना होगा। उत्तराखंड को पूर्ण रूप से सशक्त राज्य बनाने के लिए एक सही रोड माप अति आवश्यक है। ये कहना था उत्तराखंड के वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ० महेश कुड़ियाल का। डॉ० महेश कुड़ियाल ने कहा कि नकली दवाइयां बेचने वालों का तथा मनुष्य की जान को बचाने वाली दवाइयों को अत्यधिक मूल्यों पर बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अथिति डॉ० महेश कुड़ियाल, अति-विशिष्ट अथिति श्री अनूप नौटियाल, विशिष्ट अथिति श्री सुधीर नौटियाल निदेशक उद्योग विभाग, डॉ० शिव प्रसाद कुड़ियाल, वरिष्ट रेडियोलोजिस्ट, डॉ० मधुर उनियाल हेड – ट्रामा सर्जरी, एम्स ऋषिकेश, डॉ० मधु थपलियाल, श्रीमती कमला नौटियाल द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया, और फिर सुभाशीष थपलियाल द्वारा “ॐ भूर्भु स्वः“ से कार्यक्रम के शुरुआत की गयी।
डॉ० मधुर उनियाल ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में – एक अच्छे डॉक्टर को एक अच्छा चिकित्सक लीडर होना चाहिए जो निस्वार्थ मनुष्यता की सेवा कर सके। डॉ० शिव प्रसाद कुड़ियाल, वरिष्ट रेडियोलोजिस्ट ने कहा कि डॉ० मधु थपलियाल ने कामरेड कमला राम नौटियाल के नेतृत्व गुणों पर “लीडर” पुस्तक समाज के सामने रख कर एक आदर्श स्थापित किया है। उन्होंने अपने बचपन के संस्मरण साझा करते हुए कहा कि उनके जैसा शेर नेता उन्होंने नहीं देखा।
वरिष्ट पत्रकार श्री जय सिंह रावत ने कमला राम नौटियाल के जीवन के बहुत सारे संस्मरण सबके सामने रखे और कहा कि वो एक ऐसे नेता थे जिन्होंने कभी पद का लालच नहीं किया और जनता के हितों के आन्दोलन लड़े। एक बार तो वो जज के खिलाफ ही धरने पर बैठ गए – ऐसा होता है नेता – लीडर।
जौनसारी साहित्यकार श्रीमती सुनीता चौहान ने डॉ० मधु थपलियाल द्वारा लिखी पुस्तक लीडर की समीक्षा अपने शब्दों में बताया कि किस तरह – तिलोथ गोली काण्ड में उन्होंने सर पर डंडे खाते हुए – जनहित के लिए अपनी जान भी खतरे में रख दी थी। उन्होंने कहा कि आज हम फिरसे ऐसे नेता को ढून्ढ रहे हैं। इस अवसर पर उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध गायिका लिली भट्ट ने तेरी मिटटी में मिल जावाँ – गाकर सबका दिल मोह लिया।
लीडर पुस्तक के लेखिका डॉ० मधु थपलियाल ने बताया कि इस कोरोना युग में उन्हें महसूस हुआ कि उनके पिता का० कमला राम नौटियाल ने शुरू से ही जिस उत्तराखंड राज्य की लड़ाई लड़ी – वो जनसंघर्षों के नेता रहे – जो असल माइनों में लीडर थे – आज ऐसे लीडर की कमी उन्हें खली और उन्होंने इस पुस्तक का नाम लीडर रखा। उन्होंने उनके जीवन से जुड़े संस्मरण सबके सामने रखे – और उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के अन्दर एक लीडर होता है।
विशिष्ट अथिति श्री अनूप नौटियाल ने दुश्यंत कुमार की पंक्तियाँ – “हो गयी है पीर पर्वत – सी पिघलनी चाहिए” से शुरुआत करते हुए – “मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही – हो कहीं भी आग – लेकिन आग जलनी चाहिए” के माध्यम से अपनी बात रखी। उन्होंने इस पुस्तक लेखन के लिए डॉ० मधु थपलियाल को बधाई दी।
कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री सुधीर नौटियाल, निदेशक उद्योग विभाग ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का आभार जताया तथा कामरेड कमला राम नौटियाल के संस्मरण सुनाते हुए – उत्तराखंड में उद्योग विभाग की लीडरशिप के बारे में भी बताया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता श्री आर० पी० रतूड़ी, कर्नल सुंदर लाल पैनुली, प्रो० जानकी पंवार, प्रो० के एल तलवार, पत्रकार गजेन्द्र सिंह नेगी, रमेश सिंह रावत, आर्किटेक्ट के सी कुड़ियाल, डॉ० प्रियंक उनियाल, डॉ० दीपक भट्ट, डॉ० महावीर सजवान, किरण भट्ट, श्री दुर्गा नौटियाल, श्री महावीर नौटियाल, का० हरी ओम पाली, इंजिनियर विनोद नौटियाल, वैज्ञानिक डी० पी० उनियाल, प्रो० आशीष थपलियाल, श्री आलोक तोमर, और श्रीमती अनीता नौटियाल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार श्री बिपिन बनियाल ने किया।
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