रेनबो न्यूज़ इंडिया * 7 सितम्बर 2021
सोमेश्वर (अल्मोड़ा)। हिंदी विभाग, हुकुम सिंह बोरा राजकीय महाविद्यालय सोमेश्वर अल्मोड़ा के द्वारा आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय हिंदी व्याकरण कार्यशाला का ऑनलाइन उद्घाटन हुआ। कार्यशाला का ऑनलाइन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर योगेश कुमार शर्मा ने किया।
हिंदी पखवाड़े के तहत आयोजित यह सात दिवसीय कार्यशाला प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु व्याकरण पर आधारित है। प्राचार्य योगेश कुमार शर्मा ने कार्यशाला के आयोजन के लिए हिंदी विभाग की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
कार्यशाला की समन्वयक डॉ० अमिता प्रकाश हैं। उन्होंने इस राष्ट्रीय कार्यशाला की संपूर्ण रूपरेखा प्रस्तुत की और बताया कि इस कार्यशाला में देश भर के विभिन्न विद्वान छात्र-छात्राओं को व्याकरण की सरल व सारगर्भित जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि दूरस्थ व सीमित संसाधनों में अध्ययन कर रहे हमारे छात्र-छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए इस कार्यशाला से बड़ा लाभ मिलेगा और उन्हें किसी कोचिंग संस्थान का मोहताज नहीं रहना पड़ेगा। व्याकरण की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि भाषा बोलना भले ही नकल के द्वारा सीखा जाता है, किंतु भाषा पर पकड़ व्याकरण से ही प्राप्त की जा सकती है।
कार्यशाला के पहले दिन आज मुख्य वक्ता डॉ० राकेश पांडे, असिस्टेंट प्रोफेसर – हिंदी, स्वामी सहजानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) ने वर्णमाला पर व्याख्यान दिया। उन्होंने वर्णमाला की विस्तृत एवं छात्रोपयोगी जानकारी दी। दूसरे दिन 8 सितम्बर को डॉ० श्याम मोहन पटेल, असिस्टेंट प्रोफेस- हिंदी, बुंदेलखंड महाविद्यालय झांसी (उत्तर प्रदेश) “शब्द-विचार” विषय पर अपना व्याख्यान देंगे।
देशभर के विभिन्न राज्यों से आमंत्रित वक्ताओं द्वारा व्याकरण के विभिन्न विषयों पर छात्र-छात्राओं को व्याकरण संबंधी जानकारी तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु मार्गदर्शन के लिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम का संचालन डॉ० विपिन चंद्र तथा सह-समन्वयक डॉ० भावना ने किया।
Related posts:
- हिंदी व्याकरण के व्याकुल करने वाले प्रश्नों के विशेषज्ञों ने बताए सरल उत्तर
- महाविद्यालय सोमेश्वर द्वारा आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय व्याकरण कार्यशाला का समापन
- हिंदी दिवस: अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में हिंदी की पृष्ठभूमि और योगदान पर साहित्यकारों और लेखकों द्वारा चर्चा
- “राष्ट्र की बिंदी है हिंदी” कविता गायन के साथ मनाया गया हिंदी दिवस
- हिंदी हमारी राष्ट्रीय अस्मिता और गौरव का प्रतीक है
- महाविद्यालय देवप्रयाग में योग दर्शन और इतिहास विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन