सेवानिवृत अधिकारी हेमंत गुप्ता ने पीपल के पेड़ को कटने से बचाने के लिए स्वयं पर बाँधी रस्सी

सेवानिवृत अधिकारी हेमंत गुप्ता ने पीपल के पेड़ को कटने से बचाने के लिए स्वयं पर बाँधी रस्सी

क्या ऋषिकेश में अकेले हेमंत गुप्ता को ही चाहिए पीपल की छाँव और शुद्ध हवा

रेनबो न्यूज़ इंडिया * 7 सितम्बर 2021

ऋषिकेश। ऋषिकेश-हरिद्वार रोड पर 100 वर्ष पुराने पीपल के पेड़ को काटे जाने के विरोध में पूर्व बैंक अधिकारी ने रस्सा स्वयं पर लपेट दिया। पेड़ को काटने के लिए लाये गए रस्से को शरीर से लपेट कर उन्होंने किया विरोध। उनके ऐसा करने से शहर में फैली सनसनी।

मामला ऋषिकेश – हरिद्वार रोड पर 100 वर्ष पुराने पीपल के पेड़ को काटे जाने का हैं। पर्यावरण प्रेमी हेमंत गुप्ता ने पेड़ कटने का विरोध करने के लिए काटा हंगामा। विकास के नाम पर पेड़ों पर आरियां चलाये जाने के विरोध में उन्होंने जान देने की धमकी देकर शहर में हलचल मचा दी। ऋषिकेश शहर मके बीच रोड किनारे सौ वर्ष पुराने पीपल के पेड़ के स्थानांतरण की मांग को लेकर करीब 5 घंटे तक पूर्व अधिकारी और पर्यावरण प्रेमी हेमंत गुप्ता गले में रस्सी बांधकर मौके पर डटा रहा।

मामला ऋषिकेश में हरिद्वार रोड़ पर पंजाब नेशनल बैंक की मुख्य शाखा के ठीक सामने का हैं। जहां सुबह आवास विकास निवासी हेमंत गुप्ता ने पीपल पर पेड़ काटने की कारवाई होती देख मौके पर मोजूद रस्सी को अपने गले से बांध लिया। आचानक हुई घटना से पेड़ काटने आये ठेकेदार के कर्मचारी सकते में आ गये। ऐसा देख लोगों की भीड़ जमा हो गई।

घंटों की मशक्कत के बाद एनएच के अधिकारी प्रवीण सक्सेना ने तीन दिनों तक पेड़ की सिर्फ लोपिंग किए जाने के आश्वासन पर किसी तरह मामला शांत हुआ। गौरतलब है कि ऋषिकेश तीर्थ नगरी में हरिद्वार रोड़ पर कोयल घाटी से चंद्रभागा पुल तक फोर लेन बनाने के लिए काटे जा रहे पेड़ों के विरोध में पर्यावरण प्रेमी रिटायर्ड अधिकारी हेंमत गुप्ता ने आज गले में रस्सी बांध लेने से वन विभाग, एनएच एवं पुलिस प्रशासन को सकते मे डाल दिया।

हेमंत गुप्ता का जन्म दिन, कटने से बचाया पीपल का पेड़

आपको जानकारी दे दे कि सेवानिवृत बैंक अधिकारी हेमंत गुप्ता ऋषिकेश के पर्यावरण संरक्षण क कार्यों में लगे हुए हैं। वह शहर में स्वच्छता के लिए प्लास्टिक उन्मूलन, जल संरक्षण, स्वच्छ गंगा आदि के लिए कार्य कर रहे हैं। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए समाज और स्कूल, कॉलेज में जागरूकता के लिए प्रतियोगिताएं कराते रहते हैं। उनका ज्यादा-से ज्यादा समय मन से इन्ही कार्यों में लगा रहता है। इस कार्य को बड़े और प्रभावी तौर पर करने के लिए वह पर्यावरण संरक्षण उत्तराखंड से भी जुड़े हैं, जिसमें वह ऋषिकेश के जिला संयोजक हैं।

रेनबो न्यूज़ इंडिया के संवाददाता से बात करते हुए उन्होंने बताया कि लगभग 100 साल पुराने इस पीपल के पेड़ को विस्थापित किया जा सकता है। दिल्ली-बदरीनाथ हाईवे पर ऋषिकेश स्थित पंजाब सिंध क्षेत्र इंटर कॉलेज के बाहर एक पीपल के पेड़ को काटा जा चुका है और दूसरे को काटने की तैयारी के बीच कितना वक्त लगेगा यह तो पता नहीं लेकिन इस दूसरे पेड़ का कटना तय है। इस बात से दुखी होकर मजबूरन उन्हें इस तरह विरोध करना पड़ा। साथ ही उन्होंने बताया की जहां पर बड़े-बड़े आंदोलन फेल हो जाते हैं वहां पर इस एकल विरोध की क्या हैसियत।

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