जालना से नए कोच और पहली किसान रेल को राज्य मंत्री ने झंडी दिखाकर किया रवाना

जालना से नए कोच और पहली किसान रेल को राज्य मंत्री ने झंडी दिखाकर किया रवाना

रावसाहेब पाटील दानवे, रेल राज्य मंत्री ने जालना से नए कोच और संशोधित समय नांदेड़-हडपसर (पुणे) एक्सप्रेस और पहली किसान रेल को झंडी दिखाकर रवाना किया

रेनबो न्यूज़ इंडिया (RNI) * 3 जनवरी 2022

रावसाहेब पाटील दानवे – राज्य मंत्री, रेल, कोयला और खान, ने जालना से नए कोचों और संशोधित समय वाली नांदेड़-हडपसर (पुणे) एक्सप्रेस और पहली किसान रेल का 2 जनवरी, 2022 को जन प्रतिनिधियों और स्थानीय जनता की उपस्थिति में झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस अवसर पर रावसाहेब पाटील दानवे ने कहा कि नांदेड़-हडपसर (पुणे) एक्सप्रेस के समय में संशोधन किया गया है ताकि मराठवाडा क्षेत्र के लोगों के लिए सुविधाजनक गाडी समय प्रदान किया जा सके। नए एलएचबी कोच आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेंगे जैसे संवर्धित सुरक्षा के लिए सीसीटीवीएस, गाडी चालन समय की जानकारी प्रदान करने के लिए गाडी सूचना प्रणाली आदि।

साथ ही, किसान रेल को आज झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो किसान समुदाय को उनके कृषि उपज जैसे फल, सब्जियां आदि का 50% परिवहन रियायत के साथ परिवहन के लिए देश के बड़े बाजारों के साथ कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मानिर्भर भारत के बारे में सपने देखते हैं और भारतीय रेलवे इसे साकार करने के लिए तैयार है।

भारतीय रेलवे ने मनमाड-औरंगाबाद सेक्शन के दोहरीकरण का सर्वेक्षण कार्य 1000 करोड़ रु. के व्यय से आरंभ किया है। अगले चरण में औरंगाबाद से जालना और उसके आगे तक रेलपथ दोहरीकरण का कार्य शीघ्र ही आरंभ किया जाएगा। जालना रेलवे स्टेशन पर 100 करोड़ रु. की लागत से पिट लाइन बनाने का प्रस्ताव सक्रिय रूप से विचाराधीन है।

ए.के जैन, अपर महाप्रबंधक, दक्षिण मध्य रेलवे ने कहा कि मराठवाड़ा क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्टेशनों के लिए सुविधाजनक मार्गस्थ समय वाली यह नई एक्सप्रेस गाडी शैक्षणिक केंद्र और औद्योगिक केंद्र पुणे (हडपसर पुणे का उपनगर होने के कारण) से जोड़ती है। साथ ही जालना से चली पहली किसान रेल राष्ट्रीय बाजार में अपने कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने में विधिवत मदद करते हुए कृषक समुदाय के लिए एक उल्लेखनीय परिवर्तन लाएगी।

नए कोचों और संशोधित समय के साथ नांदेड़-हडपसर एक्सप्रेस की मुख्य विशेषताएं हैं:

  • यह गाडी मराठवाड़ा क्षेत्र और महाराष्ट्र राज्य में औद्योगिक और शैक्षणिक केंद्र पुणे के बीच, सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करती है और मराठवाड़ा क्षेत्र के सभी यात्रियों के लिए सुविधाजनक गाडी समय प्रदान करती है।
  • अत्यधिक आराम और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए, गाडी में अत्याधुनिक एलएचबी कोच लगाए गए हैं, जो यात्रियों को एक नई यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगे।
  • यात्रियों को संरक्षित और सुरक्षित यात्रा प्रदान करने के लिए इन डिब्बों के दोनों ओर तथा प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिससे अप्राधिकृत यात्रियों के प्रवेश पर नजर रखने में सहायता मिलेगी।
  • गाडी में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए चलती गाडी का रियल टाइम सूचना प्रदान करने के लिए कोचों में स्पीकर लगाए गए हैं, जो जीपीएस तकनीक पर काम करेंगे।
  • मराठवाड़ा क्षेत्र में चलने वाली गाडियों में पहली बार, एक 3 एसी इकोनॉमी क्लास का आरंभ किया गया है जो नियमित 3 एसी कोच की तुलना में कम कीमत पर एक आरामदायक वातानुकूलित यात्रा प्रदान करेगा।

जालना से आरंभ पहली किसान रेल की मुख्य विशेषताएं

  • “किसान रेल” कृषक समुदाय की आय को दोगुना करने के लिए भारत सरकार द्वारा घोषित एक नई पहल है।
  • किसान रेल किसानों और व्यापारियों को उनकी कृषि उपज को त्वरित, सुरक्षित और किफायती तरीके से बाजार में पहुंचाने की सुविधा प्रदान करती है, यहां तक ​​कि दूर-दराज के गंतव्य स्थानों तक भी कम से कम नुकसान के साथ पहुंचाती है।
  • जनवरी 2021 में पहली किसान रेल से आरंभ होकर, 11 महीने की अल्पावधि में, दक्षिण मध्य रेलवे के क्षेत्राधिकार से महाराष्ट्र राज्य के लिए 400 से अधिक किसान रेलें चलाई गई हैं तथा अंगूर, अनार और प्याज जैसी 1 लाख टन से अधिक कृषि उपजों का परिवहन किया गया है।
  • 2 जनवरी 2022 को जालना स्टेशन से असम राज्य के जोरहाट टाउन रेलवे स्टेशन, जो 2800 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित है, तक पहली किसान रेल चलाई जा रही है, जो जालना क्षेत्र और उसके आसपास के किसानों, व्यापारियों, कार्गो ऑपरेटरों को सुरक्षित, त्वरित व किफायती परिवहन एवं बेहतर बाजार मूल्य प्राप्त करने की भी सुविधा प्रदान करेगी।
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