उत्तराखंड में चमोली जिले की जोशीमठ तहसील अब अपने प्राचीन नाम ज्योतिर्मठ से जानी जाएगी , बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जिले के घाट में आयोजित एक कार्यक्रम में जोशीमठ का नाम बदलकर ज्योतिर्मठ करने की घोषणा की । स्थानीय लोग लंबे समय से जोशीमठ का नाम ज्योतिर्मठ करने की मांग कर रहे थे। इस मांग को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने भी प्रमुखता से उठाया गया था ।
धामी ने इसे गंभीरता से लिया और नाम बदलने का फैसला किया। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप प्रस्ताव बनाकर भारत सरकार को भेज दिया गया। अब केंद्र ने ज्योतिर्मठ तहसील Jyotirmath Tehsil के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस फैसले का स्थानीय लोगों ने स्वागत किया है।
मान्यता है कि 8वीं शताब्दी में आदि गुरु शंकराचार्य इस क्षेत्र में आए थे। उन्होंने अमर कल्प वृक्ष के नीचे तपस्या की थी, जिससे उन्हें दिव्य ज्ञान और प्रकाश की प्राप्ति हुई थी। दिव्य ज्ञान ज्योति और जयोतेश्वर महादेव के कारण इस स्थान का नाम ज्योतिर्मठ रखा गया, लेकिन यह जोशीमठ के नाम से लोकप्रिय हुआ। इसके बाद नाम बदलने की मांग प्रमुखता से उठी, लेकिन इस पर अमल नहीं हो सका। जनभावनाओं का सम्मान करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने जोशीमठ तहसील का नाम ज्योतिर्मठ रखने का फैसला किया।