जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े फैसले लिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक में इन अहम निर्णयों पर मुहर लगी। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और एनएसए अजित डोभाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में लिए गए मुख्य निर्णय:
- सिंधु जल संधि (1960) को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया। इसे तब तक बहाल नहीं किया जाएगा जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता।
- अटारी एकीकृत चेक पोस्ट को बंद करने का आदेश, वैध दस्तावेजों के साथ आए लोग 1 मई से पहले लौट सकते हैं।
- आतंकियों की जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम। अनंतनाग पुलिस ने यह ऐलान किया है। जानकारी 9596777666, 9596777669 या dpoanantnag-jk@nic.in पर दी जा सकती है।
- जम्मू-कश्मीर में सख्त सुरक्षा इंतजाम, संवेदनशील इलाकों में भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती।
- 1500 से ज्यादा संदिग्ध हिरासत में, आतंकियों की धरपकड़ के लिए राज्यभर में व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकियों के स्केच जारी कर दिए गए हैं। इनकी तलाश में ड्रोन और हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। सूत्रों के अनुसार इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े TRF ग्रुप का हाथ बताया जा रहा है, जिसे ISI का समर्थन प्राप्त है।
पहलगाम में इस हमले के विरोध में बाजार बंद रहे और पूरे कश्मीर में भारी गुस्सा देखा गया। 35 वर्षों में यह पहली बार है जब आतंकवादी हमले के खिलाफ कश्मीर में स्वतः बंद देखने को मिला।
वहीं, सेना ने बारामूला में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए 2 आतंकियों को मार गिराया है। पहलगाम हमले में मारे गए सैलानियों के शवों को उनके घर भेजा जा रहा है। करनाल के शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को बुधवार शाम अंतिम विदाई दी गई।
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और हर संभावित ठिकाने पर सघन तलाशी अभियान जारी है।