Rainbow News India* 8 सितंबर 2021
भारत सरकार जम्मू कश्मीर के अलावा अब दूसरे राज्यों में भी केसर की खेती को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। पहले हिमाचल प्रदेश और अब उत्तराखंड में भी महंगे मसालों में से एक केसर की खेती को और बढ़ाने की कोशिश हो रही है। वर्ष 2020 में अल्मोड़ा जिले के तीन ब्लॉक में पहले प्रयोग के तौर पर इसकी खेती शुरू हुई थी। ट्रायल के तौर पर बीते साल शुरू की गई तीन ब्लॉकों में केसर की खेती के सफल प्रयोग के बाद विभाग की ओर से जिले के हर ब्लॉक में केसर उत्पादन की कवायद तेज कर दी गई है।
5 क्विंटल केसर बल्ब मंगाए गये
अल्मोड़ा जिले में केसर की व्यवसायिक खेती को बढ़ावा देने के लिए जिला उद्यान विभाग कश्मीर से पांच क्विंटल केसर बल्ब मंगवा रहा है। केसर की खेती के सफल प्रयोग के बाद जिले के हर ब्लॉक में केसर उत्पादन की कवायद तेज कर दी गई है। केसर की खेती को बढ़ावा देने के लिए पूरे जिले में किसानों को इसके लिए प्रेरित किया जा रहा है।
केसर को लाल सोना के नाम से भी जाना जाता है। इसकी खेती मई से शुरू होती है और अक्टूबर तक फसल पक कर तैयार हो जाती है। 160,000 फूलों से लगभग एक किलो केसर निकलता है। जम्मू कश्मीर में केसर की खेती सबसे ज्यादा होती है यहां लगभग 3,700 हेक्टेयर में केसर की खेती होती है हिमाचल प्रदेश केसर की खेती करने वाला दूसरा राज्य है। भारत में लगभग 5000 हेक्टेयर में केसर की खेती होती है।
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