देहरादून में नवोदय विद्यालय की लैब अटेंडेंट भर्ती परीक्षा के दौरान हाईटेक नकल का पर्दाफाश हुआ है। परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए नकल करते हुए 17 अभ्यर्थियों को रंगे हाथों पकड़ा गया। सभी आरोपियों के पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद की गई है और उनके खिलाफ पटेलनगर और डालनवाला थाने में मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं।
कैसे हुआ भंडाफोड़?
सीबीएसई बोर्ड की देखरेख में यह परीक्षा देहरादून के दो प्रमुख स्कूलों – सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल और दून इंटरनेशनल स्कूल में दो पालियों में आयोजित की गई थी। पहली पाली में सोशल बलूनी स्कूल में एक अभ्यर्थी की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर पड़ी। तलाशी लेने पर उसके जूते में छिपाया गया ब्लूटूथ डिवाइस मिला।
तेजी से हुई कार्रवाई
एसएसपी अजय सिंह के निर्देशन में पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार किया। इसके बाद सघन चेकिंग की गई, जिसमें अन्य अभ्यर्थी भी ब्लूटूथ डिवाइस के साथ पकड़े गए। दूसरे केंद्र दून इंटरनेशनल स्कूल में भी पुलिस ने छापा मारा और वहां से भी कई अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया।
गिरफ्तार अभ्यर्थियों की सूची:
सोशल बलूनी स्कूल से गिरफ्तार:
- सौरभ यादव – आजमगढ़, उत्तर प्रदेश
- अमन – हिसार, हरियाणा
- रोबिन – बागपत, उत्तर प्रदेश
- अक्षय मान – सिनौली, बागपत
- नीरज मान – सिनौली, बागपत
- मोहित कुमार – बड़कला, जींद
- अंकुश – हिसार
- मनीष मलिक – मेरठ
दून इंटरनेशनल स्कूल से गिरफ्तार:
- पवन मदनाला – श्रीकाकुलम, आंध्र प्रदेश
- राकेश – जींद, हरियाणा
- अंकुर ग्रेवाल – झज्जर, हरियाणा
- इल्लूमला वेंकटेश – श्रीकाकुलम, आंध्र प्रदेश
- साहिल – सोनीपत, हरियाणा
- कपिल – रोहतक, हरियाणा
- अखिल – जींद, हरियाणा
- विशाल – हिसार, हरियाणा
- ज्योति – चरखी दादरी, हरियाणा
‘मुन्नाभाई’ भी गिरफ्तार
एफआरआई केंद्र में परीक्षा दे रहे एक और युवक श्रीचंद, जिसने सौरभ सिंह बनकर परीक्षा दी थी, वह बायोमीट्रिक जांच में पकड़ में आया। जांच में फर्जी आधार कार्ड भी मिला। बाद में असली सौरभ सिंह को भी गिरफ्तार किया गया।
सॉल्वर गैंग की तलाश में पुलिस
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि यह पूरा रैकेट हरियाणा और उत्तर प्रदेश से संचालित हो रहा है। मेरठ और हरिद्वार में भी दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने गैंग की तलाश के लिए टीमें गठित कर दी हैं और सभी ब्लूटूथ डिवाइसेज को जांच के लिए भेजा गया है।
कानूनी कार्रवाई
आरोपियों के खिलाफ पब्लिक एग्जामिनेशन प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर मीन्स एक्ट 2024 की धारा 3, 4, 10 और 11 तथा आईपीसी की धारा 318 और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। अब तक 21 के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है और 20 गिरफ्तार किए जा चुके हैं।