महाविद्यालय कोटद्वार की प्राचार्या प्रो० जानकी पंवार सहित कई शिक्षक विशिस्ट कार्य के लिए सम्मानित

महाविद्यालय कोटद्वार की प्राचार्या प्रो० जानकी पंवार सहित कई शिक्षक विशिस्ट कार्य के लिए सम्मानित

शिक्षक दिवस पर सम्मान समारोह में मंत्री डॉ० हरक सिंह ने शिक्षकों को किया सम्मानित

स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार की प्राचार्या प्रो० पंवार कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि

रेनबो न्यूज़ इंडिया * 5 सितम्बर 2021 

कोटद्वार। प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ० हरक सिंह रावत ने शिक्षक दिवस के अवसर पर संगम रिजॉर्ट कोटद्वार में शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया। जिसमें कैबिनेट मंत्री डॉ० हरक सिंह रावत जीने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने एवं शैक्षिक प्रशासन में उत्कृष्टता पूर्ण कार्य करने, बेहतर निर्णयन हेतु राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार की प्राचार्या प्रो० जानकी पंवार को विशेष सम्मान प्रदान किया।

विगत वर्षो में प्रो० जानकी पंवार ने कोटद्वार महाविद्यालय में अपने अथक प्रयासों से समस्त प्रवेश प्रक्रिया को ऑनलाइन कराया जो की महाविद्यालय के विकास की यात्रा में मील का पत्थर है। प्रो० जानकी ने कोविड महामारी में छात्र हित हेतु समस्त शिक्षण कार्यों को सर्वप्रथम ऑनलाइन संचालित कराया। साथ ही उन्होंने शिक्षको को यूट्यूब चैनल, गूगल मीट और ऑनलाइन क्लास के माध्यम से शिक्षण कार्यों की प्रेरणा दी।

प्राचार्या पंवार ने एनसीसी और एनएसएस के विभिन्न कार्यों के माध्यम से क्षेत्र के सामाजिक कार्यों में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। कोविड महामारी में एनसीसी कैडेट के माध्यम से क्षेत्र में मास्क वितरण कोविड जागरूकता अभियान का संचालन कराया। प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार ने सम्मान समारोह में अपने विचारों को महाभारत के श्लोक से शुरू किया –
“कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि।।”

उन्होंने कहा कि शिक्षक को हमेशा कर्म करते रहना चाहिए फल की इच्छा नहीं रखनी चाहिए। शिक्षक का कार्य उस दीपक के प्रकाश की तरह है जो स्वयं जलता है और छात्रों को प्रकाशमय करता है। इसी प्रकार शिक्षक को अपने कर्म के पथ पर हमेशा आगे बढ़ना चाहिए।

कोटद्वार महाविद्यालय की मीडिया प्रभारी डॉ० तनु मित्तल ने समस्त महाविद्यालय की तरफ से प्रचार्या प्रो० जानकी पंवार को शिक्षक सम्मान की बधाई दी। डॉ० मित्तल ने कहा है कि प्राचार्य द्वारा नि:स्वार्थ भाव से जितने भी विकास कार्य किए गए है और बतौर प्रशासक बड़े-बड़े निर्णय लिए गए है वो वास्तव में एक मिसाल हैं। बहुत से किये गया कारों में सबसे चुनौतीपूर्ण महाविद्यालय में प्रवेश ऑनलाइन संपन्न करवाना था, जो कि समय की मांग भी थी।

शिक्षक सम्मान समारोह में प्राचार्य प्रो० जानकी पंवार ने कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के तौर पर भी शामिल रही। शिक्षक सम्मान समारोह कार्यक्रम में कबीना मंत्री डॉ० हरक सिंह रावत और प्राचार्या पंवार ने कई शिक्षकों को उत्कृष्ठ योगदान के लिए पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

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