डोभाल से बातचीत के बाद टीका निर्माण और अन्य स्वास्थ्य-रक्षा उपकरण देने को राजी अमेरिका

डोभाल से बातचीत के बाद टीका निर्माण और अन्य स्वास्थ्य-रक्षा उपकरण देने को राजी अमेरिका

कोविड मरीजों के इलाज में मदद करने और भारत में फ्रंट-लाइन स्वास्थ्य कर्मचारियों की रक्षा करने के लिए अमेरिका कोविड रैपिड टेस्ट किट, वेंटिलेटर, और पीपीई तुरंत भारत के लिए उपलब्ध कराएगा।

नई दिल्ली: राष्ट्रीय‌ सुरक्षा सलाहकार – अजीत डोवाल ने रविवार को‌ अमेरिका के एनएसए से फोन पर बात की। इस बातचीत के बाद अमेरिका अब भारत को कोविड वैक्सीन के उत्पादन के लिए जरूरी कच्चा माल देने के लिए तैयार हो गया है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ने बयान जारी कर बताया कि रविवार को अमेरिकी एनएसए (नेशनल सिक्योरिटी एडवायजर), जैके सुलिवन ने भारत के समकक्ष, अजीत डोवाल ‌से फोन पर बातचीत की।

इस दौरान जैके सुलीवन ने हाल में भारत में कोरोना के मामलों में आई तेजी पर अपनी संवेदनाएं प्रकट की. इस दौरान जैके ने भारत से दोस्ती दोहराई और इस‌ संकट की घड़ी में भारत को हर संभव मदद देने की बात कही. प्रवक्ता के मुताबिक, “अमेरिका ने कोविशील्ड वैक्सीन के भारतीय निर्माण के लिए तत्काल आवश्यक कच्चे माल के स्रोतों की पहचान की है जो तुरंत भारत के लिए उपलब्ध होगी.”

इसके अलावा कोविड मरीजों के इलाज में मदद करने और भारत में फ्रंट-लाइन स्वास्थ्य कर्मचारियों की रक्षा करने के लिए अमेरिका कोविड रैपिड टेस्ट किट, वेंटिलेटर, और पीपीई तुरंत भारत के लिए उपलब्ध कराएगा।

भारतीय वैक्सीन निर्माता कंपनी बायो-ई की उत्पादन क्षमता 2022 तक 1 अरब डोज प्रतिवर्ष करने के लिए अमेरिका के डेवलपमेंट फाइनेंस कार्पोरेश से आर्थिक सहायता देने का फैसला किया गया है।

अमेरिका का सीडीसी अपने विशेषज्ञों की एक टीम भी भारत की मदद के लिए तैनात कर रहा है जो अमेरिकी दूतावास, भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारत के एपिडेमोलॉजिकल इंटेलिजेंस स्टाफ के साथ मिलकर काम करेगी। इसके अलावा सीडीसी अपने वैश्विक कोष से भी भारत के लिए संसाधन मुहैया कराने में जुटा है।

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