रेनबो न्यूज़ इंडिया* 15 नवंबर 2021
देहरादून: दिवाली के 10 दिन बाद मनाए जाने वाला ‘इगास या बूढी दिवाली’ का पर्व रविवार को उत्तराखंड में पूरे हर्षोल्लास से मनाया गया।
राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों को शुभकामनाएं और बधाई दी। इस मौके पर अपनी शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने कहा कि इगास का पर्व सभी लोगों के जीवन में खुशी और समृद्धि लाए।
इस पर्व को पहाड़ी संस्कृति की विरासत बताते हुए राज्यपाल ने स्थानीय त्योहारों और संस्कृति के संरक्षण की जरूरत बताई और कहा कि खास तौर पर राज्य के युवाओं को इस दिशा में मिलकर काम करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने इस पर्व पर पिथौरागढ़ जिले में स्थित अपने पैतृक गांव हड़खोला में पूजा अर्चना की। सोशल मीडिया पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए धामी ने लिखा, ‘‘लोकपर्व ‘इगास’/ ‘बूढ़ी दिवाली’ उल्लास और प्रकाश का प्रतीक है। आज इस पर्व पर अपने पैतृक गांव हड़खोला में पूजा-अर्चना की। मैंने ईश्वर से प्रदेश की खुशहाली और सुख-शांति की कामना की।’’ उन्होंने इस अवसर की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं।
राज्यसभा सदस्य और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी भी इगास मनाने के लिए पौड़ी जिले में अपने पैतृक गांव नकोट पहुंचे और पूजा अर्चना की।
केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी इगास मनाया और लोगों को शुभकामनाएं दीं।
इगास पर लोगों ने अपने घरों के बाहर दिए जलाकर प्रकाश किया तथा पटाखे चलाए और भैला नृत्य किया। गौरतलब है कि उत्तराखंड सरकार ने इस साल इगास के मौके पर सोमवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।
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