चार धाम यात्रा से पहले गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध की मांग तेज, काली सेना ने उठाई आवाज

चार धाम यात्रा से पहले गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध की मांग तेज, काली सेना ने उठाई आवाज

देहरादून: चार धाम यात्रा के शुभारंभ से पहले एक बार फिर गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। काली सेना के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने पत्रकार वार्ता में कहा कि कई गैर-हिंदू बिना लाइसेंस और वैध दस्तावेजों के यात्रा मार्गों पर व्यवसाय कर रहे हैं, जो धर्मस्थलों की पवित्रता के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है।

स्वामी स्वरूप ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि चार धाम यात्रा के दौरान गैर-हिंदू व्यापारियों और संदिग्ध व्यक्तियों पर सख्त रोक लगाई जाए। उन्होंने स्पष्ट आदेश जारी करने की मांग की, जिससे धार्मिक यात्राओं की गरिमा और शुचिता बनी रह सके। उन्होंने कहा, “धर्म और आस्था की इस महायात्रा में कोई भी ऐसा तत्व शामिल न हो, जो इसके पवित्र वातावरण को दूषित कर सके।”

स्वामी आनंद स्वरूप ने जानकारी दी कि उनकी ओर से यात्रा मार्ग में पांच स्थानों पर विशेष कैंप स्थापित किए जाएंगे। इन कैंपों पर श्रद्धालुओं का वेरिफिकेशन किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी गैर-हिंदू बिना प्रमाणित पहचान के यात्रा में भाग न ले।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोग व्यवसाय की आड़ में श्रद्धालुओं को गुमराह कर रहे हैं, और इसे हर हाल में रोका जाना चाहिए। संत समाज ने एक स्वर में कहा कि धर्मस्थलों की मर्यादा बनाए रखने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए।

चार धाम यात्रा उत्तराखंड का एक प्रमुख धार्मिक आयोजन है, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। ऐसे में श्रद्धा, सुरक्षा और मर्यादा बनाए रखने के लिए यह मुद्दा फिर से चर्चा में आ गया है।

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