सुहागिनें रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा को देंगी अर्घ्य
कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की चतुर्थी रविवार को यानी करवा चौथ को पांच साल बाद विशिष्ट संयोग बन रहे हैं। सबसे बड़े सुहाग पर्व पर रोहिणी नक्षत्र होगा। इसी संयोग में सुहागिन पति के दीर्घायु और अखंड सौभाग्य के लिए चंद्रमा को अर्घ्य देंगीं। करवाचौथ को करक चतुर्थी और दशरथ चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है।
करवा चौथ व्रत पूजा का महत्त्व
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र की कामना के साथ निर्जला व्रत रखती हैं। यह व्रत सौभाग्य, सुख और समृद्धि का प्रतीक है। इस दिन शिव परिवार और भगवान गणपति की पूजा करनी चाहिए।
अपनी पत्नी रोहिणी के साथ दिखाई देंगे चंद्र देव
मान्यताओं के अनुसार चंद्रमा की 27 पत्नियों में सबसे प्रिय रोहिणी के साथ होने से यह योग बन रहा है। चंद्रमा का उदय रोहिणी नक्षत्र का होना अपने आप में एक अद्भुत संयोग है। रात 1 बजकर 02 मिनट तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा।
इस करवा चौथ पर है शुभ मुहूर्त खास
24 अक्टूबर रविवार शाम 5:43 बजे से रात्रि 8:54 बजे तक शुभामृत योग में पूजा स्थल पर करवा चौथ की कथा व पूजन तथा उसके पश्चात अमृत योग में चंद्रमा को अर्घ्य दिए जाने का मुहूर्त है। सूर्य राहु के नक्षत्र स्वाति में प्रातः 6:13 पर आ जाएंगे। इस प्रकार यह सुसंयोग रुके हुए कार्यों को गति देने का बन जाएगा।
करवा चौथ पूजन मुहूर्त –
अमृत मुहूर्त – 10:40 से 12:05 तक कुलदेवता/ कुलदेवी पूजन
शुभ मुहूर्त – 1:29 से 2:54 तक शिव परिवार पूजन
सायं :- शुभ मुहूर्त- 5:43 से 7:18 तक करवा चौथ कथा पूजन
अमृत मुहूर्त- 7:18 से 8:54 तक – इंद्र इंद्राणी, चंद्र पूजन
महिलाएं भूलकर भी न करें ये 4 काम, व्रत के लिए होगा अशुभ
अखंड सौभाग्य का व्रत करवा चौथ 24 अक्तूबर दिन रविवार को है। व्रत रखने वाली महिलाएं व्रत के दिन ये कम भूलकर भी न कर, नहीं तो व्रत का पूरा फल नहीं मिलेगा।
सिलाई-कढ़ाई का काम का भूलकर भी न करें
धार्मिक मान्यता है कि करवा चौथ का व्रत रखने वाली महिलाओं को व्रत के दिन नुकीली चीजों से बिलकुल दूर रहना चाहिए. करवा चौथ व्रत के दिन किसी प्रकार की सिलाई-कढ़ाई जैसा कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए. कहा जाता है कि ऐसा करना अशुभ होता है.
करवा चौथ व्रत के दिन सफेद वस्तुओं का न करें दान
करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए अति महत्वपूर्ण होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत के दिन किसी भी सफेद रंग की वस्तु का दान भूलकर भी नहीं करना चाहिए. ऐसा करना अशुभ होता है. इस लिए सफेद कपड़े, दूध, चावल, दही और सफेद मिठाई का दान न करें.
करवा चौथ पर काले रंग के कपड़े न पहनें
करवा चौथ व्रत पूजा में कपड़ों के रंगों का बहुत ही महत्व होता है. इस व्रत में सुहागिनों को 16 श्रृंगार करके पूजा करने का विधान है इसलिए सुहागिन महिलाएं कपड़ों का चयन करते समय काले या भूरे रंग के कपड़ों का चयन न करें. इस व्रत में काले या भूरे रंग के कपड़े पहनना अशुभ होता है.
न करें किसी का अपमान और न कहें किसी को अपशब्द
सामान्यतः किसी भी व्रत में व्रत धारण करने वाले कोई भी अपशब्द नहीं कहना चाहिए. करवा चौथ व्रत के दिन तो भूलकर भी किसी को अपशब्द नहीं कहना चाहिए और नहीं किसी का अपमान करना चाहिए. इस दिन वाणी पर संयम रखें तथा किसी प्रकार का कोई भी वाद –विवाद न करें. धार्मिक मान्यता है कि साफ और शुद्ध मन से व्रत करने पर आपकी मनोकामना पूरी होती है।
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