रेनबो न्यूज़ इंडिया* 21 अक्टूबर 2021
पिथौरागढ़ । उत्तराखंड में हुई आफत की बारिश से जहां जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ वहीं जरूरी कार्यों से जा रहे लोग भी मार्ग बंद होने से बीच में ही फंस गए। इस आपदा की वजह से नवजीवन शुरू करने की आस में बैठी एक दुल्हन के अरमान उस समय चूर-चूर हो गये जब रास्ते बंद होने से नायकगोठ से निकली एक बारात तीन दिन बाद भी दुल्हन के घर पिथौरागढ़ नहीं पहुंच पाई। दुल्हन पक्ष के लोग तीन दिन से बारात का इंतजार कर रहे हैं। बारात के लिए किए गए सभी इंतजाम भी बारिश में बेकार हो गए।
पूर्णागिरि मार्ग स्थित नायकगोठ निवासी मुकेश बहादुर पुत्र प्रेम बहादुर का विवाह पिथौरागढ़ सिल्थाम बस स्टेशन के पास गोरखा कॉलोनी निवासी काजल के साथ होना था। विवाह का मूहर्त 18 अक्टूबर को निकला था। 17 अक्टूबर को प्रशासन ने 18 अक्टूबर को मौसम अलर्ट जारी किए जाने के बाद मुकेश बारात को टनकपुर पिथौरागढ़ एनएच से न ले जाकर 18 अक्टूबर को हल्द्वानी-भीमताल होते हुए पिथौरागढ़ जाने को निकल गए।
बारिश के बीच वह जैसे-तैसे भीमताल तक पहुंच गए। जहां आगे के मार्ग बंद होने से वह बीच में फंस गए। उनके साथ चार वाहनों में करीब 25 लोग है। रात्रि में फंसने पर उन्होंने भीमताल स्थित एक होटल में ठहर गए। वहां भी बारिश के चलते होटल में मलबा आ गया। उप प्रधान राहुल ने बताया कि मंगलवार शाम तक उनसे बात हुई लेकिन बुधवार को उनसे संपर्क भी नहीं हो पाया। पिथौरागढ़ भी वह लोग नहीं पहुंचे। यह लोग अभी भी भीमताल में फंसे हुए हैं। दुल्हन पक्ष के लोग बारात के पहुंचने का इंतजार कर लगातार उनसे संपर्क करने में जुटे हुए हैं
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